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प्रिय बापू ,
नमस्कार,
आपकी कुशलता चाहते हे।
प्रिय बापू आप हमारे लिए अमर हे। आजादी के फल खाते हुए हमे आप रोजाना याद आते हे। गुजरर मे रहते हुए गुजरात विध्यापीठ से ,गांधी आश्रम से,कोचरब आश्रम से गुजरते हे तब भी बापू आप की याद आती हे। आश्रम रोड पर आकार भवन के सामने आप खड़े हे। हमतुम्हे मिलने और देखने वह बार बार आते हे। आप हमारे लिए ही नहीं बल्कि पूरे गुजरात एवं पूरे हिंदुस्तान के लिए अमर हे। अरे, हिंदुस्तान क्या आप पूरे विश्व मे जीवित हे।आप को विदेश मे आज भी लोग सम्मान देते हे। आप को याद करते हे। आप के जन्म स्थान पोरबंदर से ही हमे व्यसन मुक्ति अभियान की प्रेरणा बापू आप से ही प्राप्त हुई हे। हम स्कूल एवं कालेजो मे प्रोग्राम करने जाते हे वहा आप को ही याद करते हे।आप का ही उदाहरण पेश करते हे।
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डॉ गुलाब चंद पटेल
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5 Year ago
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