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माँ सरस्वती - Vasant Punchami Special

वीणा की देवी है माँ सरस्वती करे हम सब उनका सम्मान क्योंकि हमें देती है वह विधा का ज्ञान कमल जिनका आसन है हंस जिनकी सवारी है वीणा की देवी सरस्वती लगती हमें प्यारी है दुनिया में जो भी संगीत है वह माँ सरस्वती है

  • Deepika Mawar |
  • 5 Year ago |
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प्रिय बापू ने पत्र

प्रिय बापू , नमस्कार, आपकी कुशलता चाहते हे। प्रिय बापू आप हमारे लिए अमर हे। आजादी के फल खाते हुए हमे आप रोजाना याद आते हे। गुजरर मे रहते हुए गुजरात विध्यापीठ से ,गांधी आश्रम से,कोचरब आश्रम से गुजरते हे तब भी बापू आप की याद आती हे। आश्रम रोड पर आकार भवन के सामने आप खड़े हे। हमतुम्हे मिलने और देखने वह बार बार आते हे। आप हमारे लिए ही नहीं बल्कि पूरे गुजरात एवं पूरे हिंदुस्तान के लिए अमर हे। अरे, हिंदुस्तान क्या आप पूरे विश्व मे जीवित हे।आप को विदेश मे आज भी लोग सम्मान देते हे। आप को याद करते हे। आप के जन्म स्थान पोरबंदर से ही हमे व्यसन मुक्ति अभियान की प्रेरणा बापू आप से ही प्राप्त हुई हे। हम स्कूल एवं कालेजो मे प्रोग्राम करने जाते हे वहा आप को ही याद करते हे।आप का ही उदाहरण पेश करते हे।

  • डॉ गुलाब चंद पटेल |
  • 5 Year ago |
Kabir Ke Dohe

“ बोए पेड़ बबूल का तो आम कंहा से पाए ” :- कबीरदास

बोए पेड़ बबूल का तो आम कंहा से पाए ” :- कबीरदास आप जैसा बोएँगे वैसा ही भविष्य मे काटेंगे | आज देश की अर्थव्यवस्था मंदी के दौर मे है | आटोमोबाइल , रियल स्टेट जैसे कई क्षेत्रो मे सुस्ती है | निजीकरण की दिशा मे हम बढ़ चले है | सरकार को पैसा चाहिए तो एलआईसी हो या अन्य पब्लिक सेक्टर कम्पनियां वंहा से सरकार अपनी हिस्सेदारी बेच रही है | बैंको के एनपीए चरम पर है , लोगो का बैंको मे विश्वास किस हद तक कम हुआ है इसका प्रमाण है कि बजट भाषण मे खुद वित मंत्री को कहना पड़ा कि अगर बैंक डूब भी जाए तो पाँच लाख तक आपको वापिस मिल जाएगा | बेरोजगारी चरम पर है | मेक इन इंडिया के बजाय अबकी बार बजट मे जिक्र था असेंबल इन इंडिया का | शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक हम निजी हाथो मे देने को तैयार है और एफ़डीआई के जरिये विदेशी कंपनियां भारत मे निवेश करे और हमारी पहचान मात्र सबसे बड़े बाज़ार की हो चली है जंहा सस्ता कामगार उपलब्ध है |

  • कल्पित हरित |
  • 5 Year ago |
Poetry

भारत की पहचान

है देश भारत तेरे झंडे की शान मान सदैव बढ़ेगा यही है अरमान, भगत सिंह ने और कई सैनानियों ने दे दी थी इसके लिए जान, भारत लिया हुआ है अपने साथ कई विविधता और पहचान

  • deepika mawar |
  • 5 Year ago |
Poetry

बड़े दिन की छुट्टी

बड़ा दिन- बड़ा दिन आओ सब मनाएं ईसा का जन्मदिन आओ सब मनाए सौ -सौ दीप हम सब जलाए मानवता का दीप सब जलाए आओ बड़ा दिन हम सब मनाए दीन -दुखियो के है रखवारे माता मरिया के प्राण -प्यारे पिता युसुफ की अखियों के तारे संगी साथी सब तुम पर बलिहारे बड़ा दिन आओ सब मनाए

  • Sushila Rohila |
  • 6 Year ago |
Poetry

चलो अब सो जाओ !

Ab andhkar se dar kaisa Raat yahi bitaani hai Kal suraj uge na uge Apni to yahi kahani hai Cafeene par jaise taise Bas khud ko zinda rakhna hai Fir ghar ko wapas jakar Sar us takiye par rakhna hai Raat me kal office ki chinta Sote waqt mathe par aani hai Apne ko to bas do baatein Khud ko ye samjhani hai Dekho ab tum bandh chuke ho Is changul me ab fas chuke ho Jo thoda bahut samay haath me hai Use yun na ab vyarth gavaao Chalo ab so jaao

  • sagar supriya |
  • 6 Year ago |
Poetry

Zindagi

ऐ ज़िन्दगी तुझसे मुलाक़ात करलु आज बीते हुए लम्हो का हिसाब करलु आज कुछ पाने की उमीदो के साथ जी रहा था ना मिलने का तज़ुर्बा सीखा गया तू आज आज़ाद थे वो परींदे जो उड़कर छू लेते थे आसमानो को आज उन्हें कैद देख करता है दिल रोने को Click here To Read Full

  • Khushbu Saini |
  • 6 Year ago |
Poetry

गुरु नानक का नूर

A beautiful poetry by sushila rohila on guru nanak. the theme of the poetry is guru nanak ke noor. click the full article link to read full poetry

  • Sushila Rohila |
  • 6 Year ago |
Poetry

अपने अपने गांधी-2 वीर सावरकर

this is special poetry by ras bihar gaur. for gandhi lover's.

  • रास बिहारी गौड़ |
  • 6 Year ago |
Poetry

अपने अपने ग़ांधी-1 तमाशे के गांधी

This is the beautiful poetry by ras bihari gaur. (gandhi jayenti Special)

  • रास बिहारी गौड़ |
  • 6 Year ago |
Poetry

Neel

सृष्टि का निर्माण कर दूँगा प्रिये ! वादा मेरा है सृष्टि का निर्माण कर दूँगा प्रिये !वादा मेरा है । तुम नही रोओ कि रोएगा जहाँ वादा मेरा है अब हवाएँ मुक्त होंगी सृष्टि के उल्लास में, साथ तुम मेरे रहोगी माह उस मधुमास में चाहता हूँ साथ मैं अपने हृदय की संगिनी का जिस तरह से साथ है, अम्बुधि का अमरतरंगिनी का आज कैसे छोड़ दूँ ऐसे गलीचों में तुम्हें फिर मिलेंगे दिव्य इन्दीवर बगीचों में तुम्हें ।

  • Nilendra Shukhla |
  • 6 Year ago |
Poetry

The God s Almighty

this is the perfectly done poem by ravi mittal.

  • Ravi Mittal |
  • 6 Year ago |
Poetry

हिन्द की पहचान हिन्दी !!

This is the best poetry wrote by sushila rohila

  • Sushila Rohila |
  • 6 Year ago |
Blog

Life Is Like Chess

  • Laveena Aswani |
  • 6 Year ago |
Poetry

Moonlight

I find this moonlight mysterious. Crescent curve of white froth. I squint my eye, To collect a trace of her melting blood. It is opaque in my mind, Shallow in my hand.

  • Devika Mathur |
  • 6 Year ago |
Story

An Interview

Story of a man who is selected for the job with smart interview

  • Niranjan Mahawar |
  • 6 Year ago |
Motivational Story

The Word Impossible itself says I am Possible

अपने जीवन में ये कहानी एक बार ज़रूर पढ़े

  • Niranjan Mahawar |
  • 6 Year ago |
Blog on Education

True Education

Education is Not a Product. The Students are Not Customers. The Professors are Not Tools. The University is Not a Factory.

  • Pranjal Joshi |
  • 6 Year ago |
Blog

Pita - Putra ke Sangharsh ka Prateek- Bhakt Prahlad

  • Ramchandra Patlia |
  • 6 Year ago |
Poetry

Two Amazing Poetries on Life.......

1.) खुलकर जीना हमने सीखा है | 2.) ज़िंदगी से यारी रख |

  • Shilpa Salve |
  • 6 Year ago |
Books

And Then One Day.....

And Then One Day........ A Memoir By Naseeruddin Shah

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  • 6 Year ago |
Poetry

Last One-Third

  • Mistimita Roy Chowdhury |
  • 7 Year ago |
Blog

Baaz Ke Bachche Munder Par Nahi Udte

  • Hukum Singh |
  • 7 Year ago |
Poetry

आजकल अपने देश में

  • Dr. Amrendra Mishra |
  • 7 Year ago |
Motivational Poetry

बेहतर से बेहतरीन बनना है मुझे

अंजाम जीत हो या ना हो, कोशिश से नहीं डरना है मुझे! और कुछ बनूं या नहीं, इंसान बेहतरीन बनना है मुझे!!

  • Saristhi Singh |
  • 7 Year ago |
Poetry

Naresh Saxena ki Girna Kavita me Jeevan Darshan

नरेश सक्सेना की 'गिरना' कविता सम्यक रूप से जीवन-दर्शन को प्रतिपादित करने वाली एक कविता है।

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  • 7 Year ago |
Poetry

Hindustaan

  • Pankaj Priyam |
  • 7 Year ago |
Poetry

Unmaad Ke Khilaaf

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  • 7 Year ago |
Poetry

Achhe Dost

मुझे मेरे दोस्तो ने रचा है । आज आपको अपनी एक पुरानी कविता “अच्छे दोस्त” के माध्यम से याद कर रहा हूँ । यह जानते हुए भी कि याद और आभार दोनों में शब्द नाकाफ़ी रहते हैं ।

  • Vinod Vithhal |
  • 7 Year ago |
Fiction

School Jane Se Kya Hoga ?

  • Kalpit Harit |
  • 7 Year ago |
Poetry

Bal Vivah - Ek Kuriti

  • Supriya Garg Kapoor |
  • 7 Year ago |
Poetry

Loneliness.....

  • Adwait Vats |
  • 7 Year ago |
Motivational Story

Meet The Real Life "Slumdog Millionaire"

Blippar के Founder अंब्रीश मित्रा की कहानी

  • Mayank Shukla |
  • 7 Year ago |
Story

Us Gali Me.....

  • Arti Mittal |
  • 7 Year ago |
Blog

Azad Mulk Me Sarkar Kaisi Ho ......?

  • S.N. Sankalp |
  • 7 Year ago |
Inspiration

Jeena..... " Inhi " Ka Naam Hai ........

खुद्दारी क्या होती है, यह जानने के लिए शीला घोष के जीवन से और बेहतर मिसाल शायद कुछ और हो नहीं सकती। शीला जी हर रोज जिंदगी से जंग लड़ती हैं और हर रोज इस जंग में न सिर्फ वो जीतती हैं बल्कि हज़ारों लोगों को प्रेरणा भी देती हैं. उनके इस जज़्बे और हौसले को देखकर अच्छे अच्छे भी हैरान रह जाते हैं।

  • Mayank Shukla |
  • 7 Year ago |
Blog

Mahaan Leader Kaise Hote Hai ?

  • S.N. Sankalp |
  • 7 Year ago |
Poetry

Prakriti Ka Pratishodh

  • Aditya Raj Chhatrapati |
  • 7 Year ago |
Blog

Marriage - A Spiritual Journey

  • Karan Sharma |
  • 7 Year ago |

Two Buddies ......

Train Journey Of Two Friends

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  • 7 Year ago |
Blog

Quality of Education: A Challenge On The Path of Privatization

" निजीकरण की राह पर जाती शिक्षा में गुणवत्ता :एक चुनौती "

  • Arvind Kumar |
  • 7 Year ago |
Fiction

Train Ka Zindagi Roopi Safar....

ट्रेंन की जनरल बोगी में अगर आपने सफ़र किया हो तो वास्तव में आज आप इस लेख का मर्म महसूस कर पायेंगे| जीवन के सफ़र और ट्रेन की जनरल बोगी के सफ़र में कितनी समान्ताए है |

  • Kalpit Harit |
  • 8 Year ago |
Poetry

Kuch Bhi Toh Nahi.....

  • Nandkishore Acharya |
  • 8 Year ago |
Poetry

Meri Pukaar.....

  • मो• एहतेशाम अहमद |
  • 8 Year ago |
Poetry

Sadak.....

  • Akanksha |
  • 8 Year ago |
Poetry

Jo Thokar Khaate Hain

  • Leeladhar Jagudi |
  • 8 Year ago |
Poetry

Krishn Leela

यह कविता कुरुक्षेत्र युद्ध के बाद अर्जुन का भगवान कृष्ण को युद्ध का दोषी मानना और भगवान का उत्तर

  • Ravi Mittal |
  • 8 Year ago |
Poetry

Soona Aangan Aasman Ka......

  • Ranjit Tiwari |
  • 8 Year ago |
Poetry

Deep-Daan

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  • 8 Year ago |
Poetry

Aurte aur Itihaas

  • Nirupama Kapoor |
  • 8 Year ago |
Poetry

Krishna

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  • 8 Year ago |
Poetry

Ganga Maa Ki Paavan Gatha

  • Sushila Rohila |
  • 8 Year ago |
Blog

A Man Of Thousand Voices

  • Rajeswar Bandyopadhyay |
  • 8 Year ago |
Blog

Women Empowerment

यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता

  • Nripendra Singh |
  • 8 Year ago |
Poetry

Bansuri

नरेश सक्सेना की कविता का यही अंदाज़ है | कविता में बेचैनी है, छटपाहट है, लेकिन हाहाकार नहीं है।

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  • 8 Year ago |
Poetry

Muskurakar Chal Musafir.......

गोपाल दास नीरज (4 जनवरी 1924-19 जुलाई 2018) हिंदी साहित्य के जाने माने कवियों में से हैं। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के इटावा जिला के गाँव पुरावली में हुआ । गोपाल दास नीरज ने कई प्रसिद्ध फ़िल्मों के गीतों की रचना भी की है।

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  • 9 Year ago |
Poetry

Pita Ke Khat .......

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  • 9 Year ago |
Poetry

Maayke Ki Chitthi

  • Meenakshi Jain |
  • 9 Year ago |
Poetry

Naye Yug Me Shatru............

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  • 9 Year ago |
Poetry

Main Jhukta Hoon

  • Rajesh Joshi |
  • 10 Year ago |
Poetry

Man , Swapn aur Sooraj

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  • 10 Year ago |
Poetry

Ek Khidki......

मौसम बदले, न बदले हमें उम्मीद की कम से कम एक खिड़की तो खुली रखनी चाहिए।

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  • 13 Year ago |
Blog

Are We Enjoying Freedom ?

  • Varsha Pargat |
  • 14 Year ago |