Blog Detail

Motivational Story

The Word Impossible itself says I am Possible

 

अंकित एक गाँव का पला बढ़ा इंसान था। मन में आगे बढ़ने की उमंग थी, कुछ अच्छा करने का उत्साह था तो घर वालों से जिद करके पढाई के लिए शहर चला गया। अंकित यूँ तो शुरुआत से ही अव्वल दर्जे का छात्र रहा था, कॉलेज से भी अच्छे नंबरों से पास हुआ। एक अच्छी कंपनी में नौकरी भी मिल गयी थी। करीब 4-5 साल बाद अंकित गाँव लौटा तो देखा आज भी लोगों में वही प्यार और स्नेह की भावना थी।
गाँव के लोग अंकित इंजिनियर बाबू कहकर बुलाते थे, ये सुनकर अंकित कहीं ना कहीं मन में सम्मान महसूस करता था। कुछ दिन गाँव में रहा तो अंकित को किसी ने बताया कि गाँव में कोई साधु बाबा आये हैं वो जब भी नाचते हैं बारिश होने लगती है।

सुनकर बड़ा आश्चर्य हुआ, हँसी भी आई, अंकित विज्ञान का छात्र था और वो जानता था कि ऐसा कोई जादू संभव ही नहीं है। उसे लगा कि ये बाबा भोले गाँव वालों को बेवकूफ बना रहा है। यही सोचकर वह बाबा से मिलने गया।
अंकित ने जाकर बाबा को चेलेंज कर दिया कि आपके पास कोई जादू नहीं है, अगर आपके नाचने से बारिश हो सकती है तो मेरे नाचने से भी जरूर होगी। कुछ गाँव वाले भी देखने के लिए इकट्ठे हो गए। अंकित ने नाचना शुरू किया, नाचते हुए बार बार आसमान की ओर देखता लेकिन बारिश नहीं हुई, अंकित थोड़ी देर में ही थककर चूर हो गया। अब बाबा की बारी थी।
बाबा ने नाचना शुरू किया, और नाचते ही रहे घंटों, बहुत देर तक, अभी तक बारिश नहीं हुई थी। बाबा भी लगातार नाचे जा रहा था, काफी देर बाद आसमान में बादल छाने लगे, बाबा नाचते हुए थका नहीं बल्कि घंटो नाचता रहा। कुछ देर बाद बादल जमकर बरसे, घनघोर बारिश हुई।
अंकित शर्म से सर झुकाकर बाबा से इस जादू के बारे में पूछने लगा। बाबा ने कहा- बेटा ये कोई जादू नहीं है, ना ही ये कोई कला है, ये तो बस एक दृंढ निश्चय है। मैं जब भी नाचता हूँ तो दो बात का ध्यान रखता हूँ।
पहला मैं मन में खुद को विश्वास दिलाता हूँ कि अगर मैं नाचूँगा तो बारिश जरूर होगी और दूसरा अगर बारिश नहीं हुई तो मैं तब तक नाचूँगा, जब तक बारिश ना हो जाये। बस यही इस बारिश और नाच का राज है।
अंकित को अपनी सारी डिग्रियाँ आज इस ज्ञान के आगे कमजोर नजर रहीं थी। विज्ञान की किताबें तो बहुत पढ़ी पर जीवन के इस अनमोल ज्ञान का अनुभव पहले कभी नहीं किया था।
मित्रों आप भी जब कोई नए काम की शुरुआत करें तो मन में खुद पे विश्वास रखें कि आप सफल जरूर होंगे और सफल नहीं हुए तो तब तक प्रयास करते रहेंगे जब तक सफल हो ना जाएँ।
बस यही हर सफलता का मन्त्र है। कोई काम असंभव नहीं है आपकी सोच और प्रयास से ही असंभव को संभव किया जा सकता है।

Social Share And Comment Section

Search the blog

Latest Posts

माँ सरस्वती - Vasant Punchami Special  

माँ सरस्वती - Vasant Punchami Special

वीणा की देवी है माँ सरस्वती करे हम सब उनका सम्मान क्यों...

प्रिय बापू ने पत्र  

प्रिय बापू ने पत्र

प्रिय बापू , नमस्कार, आपकी कुशलता चाहते हे। प्रिय बापू आप...

“ बोए पेड़ बबूल का तो आम कंहा से पाए ” :- कबीरदास  

“ बोए पेड़ बबूल का तो आम कंहा से पाए ” :- कबीरदास

बोए पेड़ बबूल का तो आम कंहा से पाए ” :- कबीरदास आप जैसा बोए...

भारत की पहचान  

भारत की पहचान

है देश भारत तेरे झंडे की शान मान सदैव बढ़ेगा यही है अरमान, ...

बड़े दिन की छुट्टी  

बड़े दिन की छुट्टी

बड़ा दिन- बड़ा दिन आओ सब मनाएं ईसा का जन्मदिन आओ सब मनाए स...