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Poetry

हिन्द की पहचान हिन्दी !!

 हिन्दी भाषा की चित्त में अलख जगाए

सभी और हिन्दी भाषा का प्रकाश फैलाए
हिन्दी भाषा जन- जन की जुबां पर    
मातृभाषा ,राजभाषा ,राष्ट्र भाषा हिन्दी हमारी
हिन्दी भाषा से  पहचान हमारी
 
हिन्दवासियों,देशवासियों अपने को पहचानों
मातृभाषा राजभाषा हिन्दी भाषा तुम्हें पुकार रही 
ललकार सुनो दरकार सुनो -सुन लो बात हमारी 
सुख-समृद्धि सब मिले हिन्दी भाषा पुजनीय है हमारी 
 
राष्ट्र भाषा का पताका हम सब फैलाए 
बच्चे बुढें और जवानों हिन्दी को अपना लो
छोड़ो ये हाय और बाय हाथ जोड़कर प्रणाम करो
अलविदा हो जब किसी गले मिल सत्कार करो ।
 
आज ही अभी ही प्रण- प्रतिज्ञा हो हमारी 
राष्ट्र चमके - चमके विश्व हमारा
हिन्दी में है वो उजियारा , मानो बात हमारी 
हिन्दी भाषा विश्व की भाषा हो हमारी !!!!

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