वीणा की देवी है माँ सरस्वती
करे हम सब उनका सम्मान क्योंकि हमें देती है
वह विधा का ज्ञान कमल जिनका आसन है हंस
जिनकी सवारी है वीणा की देवी सरस्वती लगती हमें
प्यारी है दुनिया में जो भी संगीत है वह माँ सरस्वती है
सुर है गीत का, ज्ञान है पुस्तक का, रस है जीवन का वीणा की देवी है
माँ सरस्वती करे हम सब उनका सम्मान क्योंकि हमें देती है
वह विधा का ज्ञान।
रचनाकार : दीपिका मावर
स्थान : मंदसौर (म.प्र)